Monthly Archives: February 2016


आत्मरक्षा कार्यक्रम से महिलाएं किस प्रकार बलात्कार से अपना बचाव कर सकती हैं ।

एक नए अनुसंधान से यह ज्ञात हुआ है कि आत्मरक्षा एवं बलात्कार रोधक कार्यक्रम में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी महिलाएं अपनी रक्षा कर पाने में काफी हद तक समर्थ बन जाती हैं ।

आत्मरक्षा कार्यक्रम से महिलाएं किस प्रकार बलात्कार से अपना ...


ज्यादा चिकनाई और शर्करा से भरपूर पदार्थ का सेवन करने से आपके उस गट (उदर) बैक्टेरिया की प्रवृति में बदलाव आने लगता है जो आपकी सोचने‌ समझने की शक्ति को स्पष्टरूप व तेजी से प्रभावित करता है ।

अधिक चिकनाई , शर्करा (शुगर) वाले पदार्थ खाने से आपकी ...


स्‍वयं प्रयोग करें : घर में उपलब्‍ध सामग्री से आटे की लोई (प्‍ले-डो) तैयार करें और आनन्‍द उठाएं ।

घर पर स्वयं आसानी से की जा सकने वाली विधियों में से अधिकांश में प्ले-डो तैयार करने के लिए टाटरी की क्रीम के प्रयोग का मशवरा दिया जाता है परन्तु यह तो कोई ऐसी सामग्री नहीं है जो हर किसी के घर में आसानी से उपलब्ध हो । यहां हम अत्यंत ही आसान – बिना किसी परेशानी –बिना किसी रसोइए की मदद – टाटरी के प्रयोग के बिना कुछ विधियां आपको बताने जा रहे हैं जिनका प्रयोग आप अपने बच्चों के साथ मिलकर कर सकते हैं ।

स्वयं प्रयोग करें : घर में उपलब्ध सामग्री से ...



मानसून के रोगों से कैसे बचें

सर्दी, बुखार और सांस संबंधी कई संक्रमण विषाणुओं द्वारा व्यक्ति से व्यक्ति में फैलते हैं। बारिश के मौसम में लोगों को इनडोर और कई लोगों के साथ ज़्यादा रहना पड़ता है और इसी कारण से विषाणुजनित रोग ज़्यादा फैलते हैं।

मानसून के रोगों से कैसे बचें


टीनेजर ऑनलाइन क्या तलाश रहे हैं?

नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटि के शोधकर्ताओं ने 13 से 18 साल कि किशोरों पर किये गये एक सर्वे में देखा कि 84 फीसदी किशोर इंटरनेट पर अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का हल ढूंढते हैं। वे किशोरावस्था, ड्रग्स, सेक्स और तनाव को लेकर इंटरनेट पर सर्च करते हैं। जबकि 88 फीसदी का कहना था कि वे अपने स्वास्थ्य मामलों पर फेसबुक मित्रों के साथ या सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर बात करने में खुद को सहज नहीं पाते।

टीनेजर ऑनलाइन क्या तलाश रहे हैं?


ज़रूर जानें: खतरनाक है एस्बेस्टस और हर जगह है

कुछ बच्चों की रंगीन पेंसिलों यानी क्रेयॉन्स और यूएस में बिकने वाली क्राइम लैब प्ले किट्स में एस्बेस्टस की कुछ मात्रा पायी गयी है। इसके बाद चिंता का महौल है क्योंकि एस्बेस्टस के कारण फेफड़ों का कैंसर और अन्य रोग हो सकते हैं। क्रेयॉन्स के कारण बच्चों के एस्बेस्टस के संपर्क में आने को लेकर यूएस के बाल स्वास्थ्य विशेषज्ञ चिंतित हैं जबकि भारत में बच्चे इससे भी बड़े पैमाने पर एस्बेस्टस के संपर्क में हैं।

ज़रूर जानें: खतरनाक है एस्बेस्टस और हर जगह है



गणित के प्रति व्याप्त भय के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें और यह भी जानें कि इससे आपके बच्चे की क्षमता किस प्रकार प्रभावित हो सकती है ।

गणित के प्रति आपकी चिंता/भय किस प्रकार आपके बच्चे की ...


यदि पालतु पशु का वजन अधिक हो तो उससे स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती है । आप अपने पालतु पशुओं के वजन से संबंधित समस्याओं का समाधान यहां दिए पांच अनिवार्य उपायों से कर सकते हैं ।

अपने पालतु पशु के वजन को किस प्रकार से ...


एक नए अध्ययन के अनुसार भले ही आप कितने ही अधिक बच्चों को जन्म क्यों न देना चाहते हों परन्तु जब आपके पहले बच्चे का जन्म होता है तो आपकी रूचि कम हो जाती हैं । अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें ।

अपने पहले बच्चे के जन्म के पश्चात दम्पति ज्यादा प्रसन्न ...



उचित विकास के लिए आपको थियामिन की आवश्यकता होती है । इससे आप अपने भोजन से ऊर्जा की प्राप्ति कर सकते हैं । थियामिन से होने वाले सभी प्रकार के फायदों की जानकारी प्राप्त करने के लिए यहां क्लिक करें ।

थियामिन से प्राप्त होने वाले 5 स्वास्थ्य लाभ


रिबोफ्लाविन शरीर में रैड ब्लड सैल के निर्माण के लिए आवश्यक होता है । यहां हम आपके लिए रिबोफ्लाविन से होने वाले स्वास्थ्य लाभों की जानकारी दे रहे हैं ।

रिबोफ्लाविन से प्राप्त होने वाले 6 स्वास्थ्य लाभ


विटामिन ई एक अत्यंत शक्तिशाली फैट-सोल्यूबल एन्टीऑक्सीडेंट पोषक तत्व है जिसकी भूमिका हमारे शरीर की संरचना में अंत्यत महत्वपूर्ण है । विटामिन ई के बारे में सम्पूर्ण जानकारी के लिए यहां क्लिक करें ।

विटामिन ई के संबंध में आपके लिए जरूरी सभी प्रकार ...



इन परिणामों से यह पता चलता है कि डॉयटिंग एवं व्यायाम पर केन्द्रित आधुनिक वजन प्रबंधन कार्यक्रम लोगों का मोटापा कम करने के लिए सहायक नहीं हैं । विशेषकर जब जनसंख्या के स्तर पर मोटे लोगों के आंकडों पर नजर डालनी हो ।

मोटे व्यक्तियों के लिए अपना सामान्य वजन वापस प्राप्त कर ...


एक नए अध्ययन में यह पाया गया है कि प्रत्येक 10 बच्‍चों में से 4 बच्चे दिल्ली के वायु प्रदूषण से प्रभावित हो रहे हैं । अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें ।

वायु प्रदूषण से छोटे बच्चों के फेफड़े खराब होते हैं