नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटि के शोधकर्ताओं ने 13 से 18 साल कि किशोरों पर किये गये एक सर्वे में देखा कि 84 फीसदी किशोर इंटरनेट पर अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का हल ढूंढते हैं। वे किशोरावस्था, ड्रग्स, सेक्स और तनाव को लेकर इंटरनेट पर सर्च करते हैं। जबकि 88 फीसदी का कहना था कि वे अपने स्वास्थ्य मामलों पर फेसबुक मित्रों के साथ या सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर बात करने में खुद को सहज नहीं पाते।