गोद लेने की प्रक्रिया में सालों का समय लगने के कारण भारत में बच्चे गोद लेने रुझान कम हो रहा है। बहुत पेचीदा है भारत में बच्चा गोद लेना28 April 2015 at 07:29 pm in सरकार by फैमिलाइफ स्टाफ
एक अध्ययन बताता है कि एडीएचडी ग्रस्त बच्चे चंचलता के कारण बेहतर सीखते हैं। एडीएचडी (ADHD) बच्चों की चंचलता बरकरार रखें28 April 2015 at 07:25 pm in परवरिश / व्यवहार / शिक्षा by फैमिलाइफ स्टाफ
भारत में जो मांएं शिशु को स्तनपान कराने में असमर्थ हैं वे अब मिल्क बैंक की सहायता ले सकती हैं। भारत में लोकप्रिय हो रहे हैं मिल्क बैंक25 April 2015 at 09:13 am in लाइफस्टाइल / शिशु / स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
सेक्स शिक्षा का अर्थ केवल यह समझाना नहीं है कि यौन संबंध कैसे बनाये जाते हैं बल्कि इससे यौन शोषण, संक्रमण और अनचाहे गर्भ से सुरक्षा का रास्ता भी खुलता है। शोषण, गर्भधारण, संक्रमण से रक्षा करती है सेक्स शिक्षा25 April 2015 at 09:05 am in शिक्षा / सरकार / स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
जो बच्चे आत्म नियंत्रण रखते हैं वे उन बच्चों की तुलना में जो यह क्षमता नहीं रखते, वे बड़े होकर 40 फीसदी कम बेराज़गार रहते हैं। कम उम्र में आत्म नियंत्रध सीखना सुधारता है जॉब की ...25 April 2015 at 07:48 am in व्यवहार / शिक्षा by फैमिलाइफ स्टाफ
मछली में पाये जाने वाले फैटी एसिड की कमी के कारण भ्रण के विकास के दौरान और शिशु के जन्म की शुरुआत में भी मस्तिष्क का विकास बाधित होता है। शिशुओं के लिए मस्तिष्क का भोजन है मछली24 April 2015 at 06:43 pm in शिशु / स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
अध्ययन के अनुसार जो बच्चे हमदर्दी जताना जानते हैं वे ज़्यादा लोकप्रिय होते हैं और आसानी से दोस्त बना सकते हैं। एक-दूसरे से जुड़े हैं हमदर्दी और लोकप्रियता22 April 2015 at 09:50 am in परवरिश / व्यवहार by फैमिलाइफ स्टाफ
कुपोषण से निपटने के लिए ज़िला स्तर पर डेटा की ज़रूरत है। राज्य स्तर पर बना डेटा यह नहीं दर्शाता कि राज्य में किस क्षेत्र पर ध्यान दिया जाना चाहिए। निराशाजनक है, भारत के पास नहीं है पोषण का ब्यौरा21 April 2015 at 07:07 pm in सरकार / स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
यह जानकर हैरान न हों कि डॉक्टरों का सुझाव है कि माताएं बीमार होने पर भी शिशु को स्तनपान करा सकती हैं। क्या बीमार होने पर स्तनपान कराना चाहिए?20 April 2015 at 12:11 am in शिशु / स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
जो बच्चे मृत्यु, तलाक या त्रासदी के कारण मनोवैज्ञानिक तनाव झेलते हैं, उनमें बचपन में डायबिटीज़ होने की आशंका तीन गुना ज़्यादा होती है। त्रासदी के कारण संभव है बचपन में डायबिटीज़19 April 2015 at 06:25 pm in परवरिश / स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होता है, दिन की नींद उसकी रात की नींद पर गलत असर डालती है, जो लाभदायक विकल्प नहीं है। क्या ज़रूरी है बच्चे का दिन में सोना?19 April 2015 at 06:01 pm in परवरिश by फैमिलाइफ स्टाफ
अगर बच्चा बात-बात पर बिगड़ता है तो हो सकता है कि इसका कारण यह हो कि उसे अपनी रुचियों के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल रहा है। बच्चों के लिए ज़रूरी है फ्री टाइम17 April 2015 at 03:26 pm in परवरिश by फैमिलाइफ स्टाफ
बच्चों को उनका निजी फोन मिले, इस बारे में फैसला करने से पहले कुछ बिंदुओं पर गौर करें। क्या बच्चों के पास होना चाहिए मोबाइल फोन?17 April 2015 at 03:19 pm in परवरिश by फैमिलाइफ स्टाफ
भारत में ग्रीष्म काल अपनी दस्तक चूंकि अब देने ही वाला है अत: आपके लिए न्यूजपाई द्वारा बच्चों के लिए उचित वस्त्रों के संबंध में यहां संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की गई है । मौसम के अनुसार वस्त्रों के संबंध में माता पिता हेतु ...13 April 2015 at 08:18 pm in परवरिश by शैलजा विश्वनाथ
बच्चों के लिए समय निकालना मुश्किल है, लेकिन थोड़ा समय भी महत्वपूर्ण हो सकता है। क्वालिटि समय बिताने के तरीके जानने के लिए क्लिक करें। बच्चों के लिए कैसे निकालें समय13 April 2015 at 07:57 pm in परवरिश by sushil
घर में शांति बनाये रखने और बुद्धिमत्ता साबित करने के लिए बच्चों की कहा-सुनी या झगड़े में आपका उचित ढंग से दखल देना महत्वपूर्ण होता है। बच्चों के झगड़े में कैसे दें दखल13 April 2015 at 07:56 pm in परवरिश by फैमिलाइफ स्टाफ
भारत में खाद्य सुरक्षा न होने की समस्या का गंभीर उदाहरण है 2013 में हुई 22 स्कूली बच्चों की मौत जैसे अफसोसनाक मामले। भारत में विकराल हो रही खाद्य सुरक्षा समस्या13 April 2015 at 11:34 am in सरकार / स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
बच्चों की परवरिश के बारे में फैसला करते वक्त अभिभावक को कई तरह की भावनाएं प्रभावित करती हैं। […] डरें नहीं, अपने बच्चे को अपनाएं1 January 2016 at 04:57 pm in परवरिश by फैमिलाइफ स्टाफ
जहां कुछ लोग अपने बच्चों के लिए बेहद सफाई का खयाल रखते हैं वहीं कुछ लोग इस पर […] कितने सफाईपसंद रहें हम?8 September 2015 at 06:19 am in स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
यह उत्पीड़न का प्रचलित माध्यम बन गया है क्योंकि सोशल मीडिया और अन्य तकनीकी उपकरणों जैसे मोबाइल फोन और लैपटॉप आदि के ज़रिये कई बार सूचनाओं पर नियंत्रण और नज़र रख पाना संभव नहीं होता। उत्पीड़न से कैसे निपटें8 September 2015 at 03:48 am in परवरिश / शिक्षा / स्वास्थ्य by फैमिलाइफ स्टाफ
एक नये लेख में यह सवाल उठाया गया है कि क्या स्कूलों में धूप मिलने से बच्चों को मायोपिया जैसे रोगों से निजात मिल सकती है। स्कूल में धूप क्या मायोपिया से बचाव है?8 September 2015 at 06:58 am in परवरिश / शिक्षा by फैमिलाइफ स्टाफ