
पूरे भोजन के बाद और खा लेना, शकर, कार्ब और वसा की अधिकता वाले भोजन की लालसा बने रहना, ऐसे भोजन के प्रति अपराध बोध या शर्म का भाव आना भोजन की लत होने के लक्षण हैं जो वास्तव में व्यवहार संबंधी डिसॉर्डर है।
पूरे भोजन के बाद और खा लेना, शकर, कार्ब और वसा की अधिकता वाले भोजन की लालसा बने रहना, ऐसे भोजन के प्रति अपराध बोध या शर्म का भाव आना भोजन की लत होने के लक्षण हैं जो वास्तव में व्यवहार संबंधी डिसॉर्डर है।
अपने विशेष बच्चे के लिए वित्तीय योजनाएं समय से बनाने से आप अपने बच्चे के लिए आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
एक ताज़ा अध्ययन में पाया गया है कि देर दोपहर या शाम को स्नैक के रूप में सोया फूड जैसे हाई प्रोटीन खाद्य पदार्थों के सेवन से अनहेल्दी खाने में कमी आती है और मोटापे की समस्या से बचा जा सकता है।
मिसकैरेज की शिकार महिलाएं शर्म और दोषी महसूस करती हैं। सर्वोत्तम शोध के अनुसार, महिलाओं को इसके लिए खुद को दोषी नहीं समझना चाहिए। मिसकैरेज के अधिकतर मामलों में ऐसा कुछ नहीं होता जिसे महिलाएं रोक सकें।
एक अध्ययन में पाया गया है कि बच्चे के जन्म के बाद महिलाएं घर के कामों का दायित्व ज़्यादा उठाती हैं जबकि पुरुष और महिलाएं दोनों ही मानते हैं कि वे इस दायित्व का बराबर निर्वहन कर रहे हैं।
स्वास्थ्य के लिए सही विकल्प चुनने के लिए सबसे अच्छा तरीका है कि खाद्य पदार्थ खरीदें तो उस डिब्बे के लेबल पर पोषण के ब्यौरे को समझें।
भारत में जो मांएं शिशु को स्तनपान कराने में असमर्थ हैं वे अब मिल्क बैंक की सहायता ले सकती हैं।