सही पोषण हालांकि हर उम्र में ज़रूरी है लेकिन बड़ी उम्र में इसको अधिक सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि आप आयु संबंधी रोगों से बचाव कर सकें। जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपकी भूख, आदतें और जीवन शैली में बदलाव आता है और उसी के अनुसार शरीर में भी। इसलिए आपकी डाइट में बदलाव आना चाहिए।
इस अवस्था में भी अगर आप पैकेज्ड फूड और ड्रिंक पर ही निर्भर करते हैं तो ज़रूरी है कि आपको पता हो कि आप क्या सेवन कर रहे हैं। लेकिन, ऐसे में आप कैसे यह जानकारी रखेंगे कि आप पर्याप्त पोषण ले रहे हैं या नहीं? इसका एक अच्छा तरीका यह है कि आप पैकेट्स पर लिखे पोषण लेबल पढ़ने की आदत डालें। लेकिन इससे पहले यह समझना ज़रूरी है कि इन लेबल की सूचनाओं का अर्थ क्य है और यह आपकी डाइट से कैसे संबद्ध हैं। अमेरिकी खाद्य एवं ड्रग प्रशासन के अनुसार यहां एक सरल गाइड दी जा रही है।
सर्विंग आकार: यह आपको बताती है कि इस पैकेट से आप कितने पदार्थ का सेवन करें। यह ग्राम, कप आदि समझने लायक पैमानों में बताया जा सकता है। पोषण संबंधी जो सूचनाएं पैकेट पर लिखी होती हैं, अक्सर वह प्रति सर्विंग के हिसाब से ही होती हैं, पूरे पैकेट के हिसाब से नहीं। ऐसा न सोचें कि पूरा और सर्विंग साइज़ एक ही है, अक्सर ऐसा नहीं होता। जैसे, चिप्स के पैकेट की एक सर्विंग सामान्यतया 30 ग्राम होती है यानी चिप्स के करीब 15 टुकड़े।
कैलरी: भारत में पैकेट पर लिखी कैलरी की मात्रा प्रति 100 ग्राम के हिसाब से होती है। उत्पादक ‘कैलरी फॉर फैट’ का उल्लेख भी करते हैं। अगर आप स्वास्थ्य को लेकर सतर्क हैं, तो याद रखें कि फैट से ज़्यादा कैलरी मिलने वाला भोजन कम सेहतमंद होता है। हाई कैलरी फूड के लिए हमेशा फैट ही दोषी नहीं होता। शकर और कार्ब्स, जिन्हें अक्सर ‘फैट फ्री’ या ‘लो-फैट’ कहा जाता है, भी आपके कैलरी परिमाण को बढ़ाते हैं जिससे गैर सेहतमंद वज़न बढ़ने और स्वास्थ्य संबंधी अन्य शिकायतें होने की आशंका बढ़ती है।
दैनिक वैल्यू: अगर यह सूचना उपलब्ध है तो इससे आप समझ सकते हैं कि उस वैकेट में से कितनी मात्रा का रोज़ाना सेवन करने की सलाह दी जा रही है। वह खाद्य पदार्थ चुनें जिसमें पोषक तत्व ज़्यादा हों। ये रोज़ाना की वैल्यू एक सामान्य स्वस्थ व्यक्ति के हिसाब से दर्ज होती हैं जिसे एक दिन में 2000 कैलरी की ज़रूरत होती है। आपकी उम्र, वज़न, कद और शारीरिक गतिविधियों के स्तर के अनुसार आपके लिए वैल्यू कुछ कम या अधिक हो सकती है। आपके लिए क्या उचित है, इस बारे में किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लें।
ऐसे पोषण से बचें: किसी भी उम्र में, फैट का सेवन खतरनाक हो सकता है, लेकिन फैट का सेवन उम्र बढ़ने और सक्रियता घटने के सज्ञथ कम किया जाना चाहिए। सैचुरेटेड और ट्रांस फैट के मामले में विशेष रूप से सतर्क रहें। हाई ब्लड प्रेशर से बचाव के लिए अपने खाद्य पदार्थों में नमक की मात्रा का भी ध्यान रखें।
ज़रूरी पोषक तत्व: डाइटरी फाइबर अच्छी मात्रा में खाएं। उम्र बढ़ने के साथ, आपका पाचन एवं पोषण का अवशोषण धीमा होने लगता है। फाइबर इस गति में सहायक होते हैं। अगर आप पर्याप्त कैल्शियम नहीं खाते, तो शरीर हड्डियों से कैल्शियम खींचने लगता है। हड्डियों की ताकत और संपूर्णता के लिए कैल्शियम महत्वपूर्ण है। बढ़ती उम्र के प्रौढ़ों के लिए पौटेशियम और मैग्नीशियम भी सेहत के लिए ज़रूरी पोषक तत्व हैं।
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