अनुसंधानों के अनुसार प्रॉयोबेटिक्स के प्रयोग से मिज़ाज तथा स्वास्थ्य संबंधी कुछ ऐसी ही समस्याओं से निजा़त पाना संभव माना गया है । न्यूयार्क टाइम्स में प्रकाशित एक लेख में यह विवरण दिया गया है कि किस प्रकार हमारी आंत्रियों के माइक्रोबैकटेरिया का प्रयोग करके हमारे मिज़ाज को प्रभावित कर पाना संभव हो सकता है ।