कई माताएं हैरान होंगी यह जानकर कि बीमार होने पर शिशु को स्तनपान कराना लाभदायक है। कुछ माताएं ठंड का हल्का असर होने पर या मामूली बुखारहोने पर भी शिशु को स्तनपान नहीं कराती हैं। लेकिन, मेडिकल विशेषज्ञों का सुझाव है कि अगर माताएं गंभीर रूप से बीमार नहीं हैं तो उन्हें स्तनपान कराना चाहिए। आपके बीमार होने पर स्तनपान कराये जाने से शिशु को लाभ होता है क्योंकि बीमारी से लड़ने के लिए आपका शरीर जो एंटीबॉडी बनाता है, वह आपके शिशु में भी पहुंचती हैं।
यह सुझाव कुछ लोगों को हैरान कर सकता है लेकिन यह जानिए कि जब आपको ठंड या बुखार के लक्षण दिखते हैं तो उससे एक या दो दिन पहले से ही आप संक्रमित हो चुकी होती हैं। ऐसे में आप रोगकारक कीटाणु तो पहले ही शिशु में पहुंचा चुकी होती हैं।
अगर आप शिशु को स्तनपान कराने वाली माता हैं, तो सुरक्षा के लिहाज़ से बुखार या ठंड आदि होने पर डॉक्टरी सलाह लें और उनसे पूछें कि स्तनपान जारी रखना ठीक है या नहीं। डॉक्टर जब आपको दवाएं आदि दे तो उसे यह पता होना चाहिए कि आप शिशु को स्तनपान कराती हैं। डॉक्टर से दवा आदि लेते वक्त आप ज़रूर उन्हें यह बात याद दिलाएं और जानें कि इस तरह के इलाज से शिशु के स्वास्थ्य पर तो कोई बुरा असर नहीं होगा।
आपको गंभीर किस्म की बीमारी होने पर या आपके इलाज में एंटिबायोटिक्स आदि की भारी खुराक आदि के कारण डॉक्टर आपको स्तनपान न कराने का सुझाव दे सकते हैं। किसी कारण से आपको स्तनपान कराना मना हो जाये तो यह भी याद रखें कि लंबे वक्त तक स्तनपान न कराने से आपका शरीर दूध बनाने की प्रक्रिया धीमी कर देगा। इसलिए ऐसे में भले ही आप शिशु को स्तनपान न करायें लेकिन स्तनों से दूध ज़रूर निकालती रहें। इस बारे में डॉक्टर से बिना संकोच बात करें और पूछें कि कैसे कम से कम समय के लिए आपका शिशु बिना स्तनपान के रह सकता है।
याद रखिये, जब आप यह महसूस करती हैं कि आप बीमार हैं, उससे पहले ही आप शिशु में संक्रमण पहुंचा चुकी होती हैं इसलिए खयाल रखिये कि आप स्वस्थ रहें। अपने हाथ धोएं, बिना मुंह ढांके खांसे या छींकें नहीं, और अपने शिशु के साथ चेहरे का स्पर्श कम से कम रखें, भले ही उसे चूमने का बहुत मन करता हो।
अगर बीमारी के लक्षण और खराब दिख रहे हैं तो फौरन डॉक्टरी सलाह लें और इस बारे में बात करें कि किस स्थिति में आपको स्तनपान कराना है और किसमें नहीं। यह भी पूछें कि कहीं आपकी बीमारी बढ़ तो नहीं रही।
अंततः, आप स्तनपान कराती हों या नहीं, बीमारी की दशा में पूरी तरह से ठीक होने तक आपने आपको पूरा समय दें। अच्छा खाना और पूरा आराम, दो तरीकों से आप और आपका शिशु दोनों स्वस्थ रह सकते हैं।
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