हाल में, एक सांसद ने पूछा था कि क्या तंबाकू के कारण कैंसर होता है और कहा था कि इस बारे में कोई शोध नहीं हुआ है (जी हां, तंबाकू सेवन से कैंसर होता है और सांसद की बात गलत थी क्योंकि भारत में ही यह शोध हो चुका है)। व्यायाम-सेक्स संबंधी अध्ययन और सांसद द्वारा पूछे गये प्रश्न में एक बात ध्यान देने वाली है कि इसके परिणाम क्या लोगों के हिसाब से अलग हो सकते हैं। क्या बायोलॉजिकल, सांस्कृतिक और सामाजिक विविधताएं भिन्न नतीजे दे सकती हैं। उदाहरण के लिए, धूप में जाने से शरीर विटामिन डी का उत्पादन करता है इसलिए यह तार्किक लगता है कि अध्ययन किया जाये कि हल्के रंग की त्वचा और गहरे रंग की त्वचा वाले मनुष्यों में विटामिन डी के उत्पादन में क्या अंतर होता है। इसी तरह दूसरे मामलों में भी लोगों की भिन्नता के कारण अध्ययन किया जा सकता है। लेकिन आपको यह अध्ययन लोगों के रंग की भिन्नता के आधार पर करने की ज़रूरत नहीं है कि अगर सुई चुभाई जाये तो किसे दर्द होगा और किसे नहीं। इस तरह के मामलों में व्यक्ति के रंग का प्रयोग पर कोई असर होगा।
तो, अगर बात यौन क्रियाओं की है, तो माना जा सकता है कि अगर व्यायाम करने से गोरे पुरुषों को लाभ होता है तो काले या भूरे या किसी भी रंग के पुरुषों को भी होगा। ऐसा कोई सिद्धांत नहीं है जिससे रंग के आधार पर इस मामले में अंतर किया जा सके।
और काले पुरुषों को जांचने वाले इस अध्ययन में यही निष्कर्ष सामने आया है। शोधकर्ताओं ने सेल्फ रिपोर्टेड व्यायाम स्तरों का जायज़ा लिया और इन्हें चार अलग एक्टिविटि स्तरों में रखा: निष्क्रियता, थोड़ी सक्रियता, सामान्य सक्रियता और अधिक सक्रियता। प्रयोग में शामिल भागीदारों ने अपने यौन प्रदर्शन की रिपोर्ट भी दी जिसमें उत्तेजना और ऑर्गेज़म और उत्तेजना व ओवरऑल यौन क्रियाओं की गुणवत्ता व आवृत्ति की जानकारी शामिल थी।
रंग या नस्ल का कोई लेना-देना नहीं है, जो पुरुष अक्सर व्यायाम करते हैं वे बेहतर यौन प्रदर्शन कर पाते हैं। इससे लाभ तब होता है जब पुरुष हर हफ्ते 18 मेटाबॉलिक इक्विवेलेंट एउईटीएस का स्तर प्राप्त करते हैं।
लेखकों के अनुसार, 18 एमईटीएस के लिए दो घंटे का कठिन व्यायाम जैसे दौड़ना या तैरना या साढ़े तीन घंटे का सामान्य व्यायाम या 6 घंटे का हल्का व्यायाम ज़रूरी है। एक व्यक्ति इसके लिए अलग तरह के व्यायाम कर सकता है।
जो हफ्ते में व्यायाम को नियमित नहीं कर पाते हैं उन्हें दो बातें ध्यान रखनी चाहिए। पहली यह कि व्यायाम के दूसरे लाभ हैं जैसे यह आपके दिल और ओवरऑल स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। और कुछ व्यायाम आपके यौन प्रदर्शन में लाभदायक होते हैं।
दूसरी बात यह कि अगर आप निर्धारत स्तर तक का व्यायाम नहीं कर पाते हैं तो ध्यान रखें कि कम यौन प्रदर्शन का कारण केवल व्यायाम न करना ही नहीं है। डायबिटीज़, दिल के रोग, ज़्यादा उम्र और स्मोकिंग से भी इस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। आप अपने स्वास्थ्य औश्र फिटनेस लेवल के साथ अपने व्यायाम का संतुलन बनाएं और सेक्स सुपरस्टार बनने के लिए बहुत ज़्यादा प्रयास या व्यायाम न करें।
यह अध्ययन मई 2015 के सेक्सुअल मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
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