केवल लुकाछिपी या टैग जैसे खेल ही बच्चों में दोस्ती की समझ पैदा नहीं करते बल्कि शोधकर्ताओं का मानना है कि दूसरे बच्चे के साथ में वीडियो गेम्स खेलने से भी बच्चे में साथियों के प्रति करीबी की भावना विकसित होती है। 8 साल के बच्चों से जुड़े इस अध्ययन के अनुसार जब ये बच्चे साथ में वीडियो गेम्स खेलते हैं, वे समानता और नज़दीकी महसूस करते हैं जबकि वे बच्चे जो ये गेम्स साथ में नहीं खेलते, वे ऐसा अनुभव नहीं कर पाते। अकेले खेलने वाले बच्चों के समूह में संबंध बनाने में वैसा गुण नहीं पाया गया।
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटि के पोस्ट-डॉक्टोरल फेलो और अध्ययन के पमुख लेखक टैल-चेन रैबिनोविच ने 8 साल के 74 बच्चों का समान लिंग में जोड़ी बनाकर परीक्षण किया। प्रयोग में, बच्चों को एक स्क्रीन के सामने एक-दूसरे के बगल में बिठाया गया और उनके तरफ वाली स्क्रीनल पर गेंद पड़पने पर हर बच्चे को बटन दबाना था।
कुछ जोड़ियों के लिए, गेंद समान पैटर्न पर गिर रही थी इसलिए उन बच्चों को एक साथ बटन दबाने थे। दूसरे समूह में, गेंद अलग-अलग समय पर गिर रही थी इसलिए बच्चों को बटन दबाने में एक-दूसरे से तालमेल की ज़रूरत नहीं थी। तालमेल वाले समूह के बच्चों में समानता और नज़दीकी देखी गई।
लेख के अनुसार, जब लोग एक-दूसरे के साथ एक समय में जुड़ते हैं तो संबंध बनता है। यही सामूहिक गतिविधियों जैसे संगीत वादन, नृत्य या रोइंग आदि के ज़रूरी भी है। यही तालमेल वयस्कों में भी टीमवर्क की भावना भी मज़बूत करता है जिससे काम की क्षमता और उत्पादकता भी बढ़ती है।
रैबिनोविच कहते हैं ‘‘तालमेल एक गोंद की तरह है जो लोगों को करीब लाता है- वह भी जादुई रूप से।’’
प्लॉस वन नामक पत्र में प्रकाशित, इन नतीजों में पाया गया कि समय आधारित तालमेल वाली गतिविधियों जैसे संगीत वादन, नृत्य व खेल आदि के कारण बच्चे एक दूसरे के करीब आते हैं और उनमें परस्पर सहयोग भी बढ़ता है।
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