संगठित पोषक तत्वों का समूह विटामिन ए होता है। इनमें से हर पोषक तत्व सेहत के लिए लाभदायक है लेकिन ये लाभ विभिनन स्तरों पर होते हैं और अलग तरह से इनका लाभ हो सकता है। विटामिन ए वसा विलेय विटामिन है और शरीर की कुछ प्रक्रियाओं में मददगार है। प्रतिरक्षा तंत्र के सही क्रियान्वयन के लिए यह ज़रूरी है।
इसके साथ ही, इस विटामिन का महत्व दृष्टि की सामान्यता और प्रजनन में भी है। दिल, फेफड़ों, गुर्दों और अन्य अंगों को ठीक से काम करने के लिए इसकी ज़रूरत होती है। जिन परिवारों में स्तन कैंसर की हिस्ट्री हो, उनमें भी प्री-मीनॉपॉज अवस्था में विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में लिया जाये तो महिलाएं इस रोग से बच सकती हैं, ऐसा एपिडेमिओलॉजिकल प्रमाणों का कहना है।
यह क्या है और क्यों ज़रूरी है?
प्रकृति में विटामिन ए दो रूपों में मिलता है। पहला मीट और मछली सहित पोल्ट्री और डेरी उत्पादों में। दूसरा, फलों और सब्ज़ियों में जिसे प्रोविटामिन ए कहते हैं।
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, कई तरह के फूड लेबलों पर विटामिन ए दर्ज होता है। कुछ स्थानों पर, यह माइक्रोग्राम्स यानी एमसीजी के तौर पर अंकित होता है जबकि कुछ जगह यह इंटरनेशनल यूनिट यानी आई यू के रूप में। इन दो यूनिटज्ञें को रूपांतरित करना असान नहीं है। यह कन्फ्यूज़न इसलिए है क्योंकि विटामिन ए कई रूपों में पाया जाता है। उदाहरण के लिए, 900 एमसीजी आरएई विटामिन ए मुलना करने पर 3000 से 36000 आई विटामिन ए के बराबर हो सकता है।
कैसे जानेंगे कि आप पर्याप्त मात्रा ले रहे हैं?
विटामिन ए की कमी बहुत कम देखी जाती है लेकिन कुछ समूहों जैसे अविकसित बच्चे, शिशु, छोटे बच्चों, गर्भवतियों या स्तनपान कराने वाली महिलाओं के साथ ही सिस्टिक फायब्रोसिस के मरीज़ों में इसकी कमी हो सकती है।
विटामिन ए से भरपूर प्राकृतिक भोजन
ऑर्गन मीट जैसे बीफ की कलेजी
हरी पत्तेदार सब्ज़ियां और हरा संतरा और पीली सब्ज़ियां
फल जैसे एप्रिकॉट, आम और कैंटेलूप
डेरी उत्पाद
सेहत पर विटामिन ए का असर
प्रौढ़ों में उम्र के साथ देखा जाने वाला दृष्टि दोष, बीटा-कैरोटिन के पर्याप्त सेवन से रोका जा सकता है और उम्र के असर को कम किया जा सकता है।
अध्ययनों में यह भी देखा गया है कि विटामिन ए किस प्रकार से कुछ खास किस्म के कैंसरों, मोतियाबिंद और एआईवी से संबंधित है लेकिन इस बारे में कोई निष्कर्ष नहीं मिला है।
इलाज से संबंध
वज़न कम करने वाली दवाओं और त्वचा संबंधी इलाजों के कारण विटामिन ए की कमी हो सकती है। ज़रूरी है कि आप विटामिन ए के सप्लीमेंट लेने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लें ताकि आप जान सकें कि आपके शरीर में इसकी क्या स्थिति है और किसी कारण से जन्मगत विकृति तो नहीं हो सकती।
ज़रूरी विटामिन की रोज़ाना डाइट के लिए आप फलों, सब्ज़ियों, डेरी उत्पादों, सूखी फलियों और साबुत अनाज का वैरायटी में सेवन कर सकते हैं। आपकी उम्र और लिंग के अनुसार यह निर्भर करता है कि आपको विटामिन की कितनी मात्रा लेना चाहिए। इसके लिए आप डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं।
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