कुछ युगलों के बीच रोमांस जल्दी शबाब पर आ जाता है जबकि कुछ के लिए इसमें समय लगता है। एक शोध में पाया गया है कि जो युगल जल्दी जुड़ते हैं, वे शारीरिक आकर्षण में समान होते हैं जबकि उलट मामले में ऐसा नहीं होता। हालांकि अध्ययन में यह भी संकेत है कि लंबे समय की संतुष्टि के मामले में, यह महत्व नहीं रखता कि युगल कैसे एक-दूसरे से जुड़े थे।
नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटि में मनोविज्ञान के प्रेाफेसर और अध्ययन के सह लेखक, एलि फिंकेल ने कहा ‘‘अगर हम मुलाकात के ठीक बाद डेटिंग शुरू करते हैं तो ऐसे मामले में शारीरिक आकर्षण एक बड़ा घटक होता है और हम उसके साथ ही ऐसा संबंध जोड़ पाते हैं जो हमारे जैसा ही आकर्षक हो। दूसरे मामले में, अगर हम किसी को कुछ समय से जानते हैं – या पहले से दोस्त रहे हैं – और फिर डेटिंग शुरू करते हैं तो इसमें शारीरिक आकर्षण कम महत्व रखता है, और ऐसे में हम अपने साथी के प्रति अपने समान आकर्षक होने की ज़रूरत भी महसूस नहीं करते।’’
असॉर्टेटिव मेटिंग
फिंकेल और उनकी टीम यह देखता चाहते थे कि क्यों लोग अपने साथी में अपने समान शारीरिक, व्यावहारिक और मनोवैज्ञानिक गुण चाहते हैं। मनोविज्ञान के वैज्ञानिक इसे असॉर्टेटिव मेटिंग की संज्ञा देते हैं।
इस संबंध में एक सिद्धांत लोगों के प्रतिस्पर्धात्मक स्वभाव से संबंधित है। कोई व्यक्ति डेटिंग में कामयाब कैसे होता है, इस बारे में एक सामान्य मत यह है कि यह उसके आकर्षण पर निर्भर करता है और जो लोग समझते हैं कि वे खुद आकर्षक हैं, वे अपने साथी के रूप में भी अपने ही समान आकर्षक व्यक्ति को चुनना चाहते हैं।
रोमांटिक पार्टनर
शोधकर्ताओं के अनुार, ऐसा हो सता है कि रिश्ते की अवधि के कारण रोमांटिक पार्टनरों के यौन प्रतिस्पर्धात्मक व्यवहार में बदलाव आये। पिछले अध्ययन में देखा गया था कि जैसे-जैसे लोग एक-दूसरे को बेहतर जानते हैं, एक-दूसरे के बोर में उनका अनुमान बदलने लगता है। समय के साथ, शारीरिक आकर्षण जैसी चीज़ें ज्त्रयादा महत्वपूर्ण नहीं रह जातीं।
अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता और फिलहाल यूनिवर्सिटि ऑफ टेक्सस में पदस्थ लूसी हंट ने कहा ‘‘एक-दूसरे के साथ समय बिताने और संवाद करने से ज़्यादा मौका मिलता है, उस व्यक्ति के बारे में बेहतर जानने-समझने का जिससे हमारे शुरुआती अनुमान ध्वस्त होते हैं।’’
रिश्ते की अवधि
नतीजों में पता चलता कि जिन लोगों ने मुलाकात के एक माह के भीतर ही डेटिंग शुरू की, उनके बीच शारीरिक आकर्षण में काफी समानता दिखी। हालांकि यह बात एकदम उलट थी जब दो लोग एक-दूसरे को पहले से जानते थे।
कई सालों के रिश्ते के बाद, पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए रिश्ते में संतुष्टि का संबंध आकर्षण की समानता के साथ नहीं था। इसका अर्थ यह है कि चाहे पहली नज़र में प्यार का मामला रहा हो, या खूबसूरती के आकर्षण का, लंबे समय में रिश्ते की खुशियों का संबंध दूसरी बातों से है।
हालांकि इस शोध के नतीजे उन धारणाओं का प्रतिपादन करते हैं जिन पर विश्वास किया जाता है लेकिन एक सामान्य मानवीय व्यवहार को निर्दिष्ट करने के लिए अध्ययन को विभिन्न स्थानों और संस्कृतियों के संबंध में विस्तार दिया जाना चाहिए। इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यूएस की केवल एक टाउनशिप के 167 युगलों का अवलोकन किया। इनमें दोनों विवाहित और डेटिंग कर रहे युगल शामिल थे जिनके रिश्ते की अवधि 3 माह से लेकर 53 साल तक की थी। कई शोधकर्ताओं ने हर प्रतिभागी के आकर्षण के स्तर को स्वतंत्र रूप से जांचा।
यदि आप इस लेख में दी गई सूचना की सराहना करते हैं तो कृप्या फेसबुक पर हमारे पेज को लाइक और शेयर करें, क्योंकि इससे औरों को भी सूचित करने में मदद मिलेगी ।