बच्चे के स्कूल के पहले दिन की तैयारी की 6 टिप्स


6 tips to prepare for the first day of school

Photo: Rmarmion | Dreamstime.com

आपके बच्चे के स्कूल जाने का पहला दिन, आपके और बच्चे दोनों के लिए भावनात्मक होता है। एक ओर कुछ बच्चे नये माहौल और कई बच्चों से मिलने की खुशी में होते हैं तो दूसरी ओर कई बच्चे अपने अभिभावकों से कुछ देर के लिए दूर होने के कारण चिंता में होते हैं। यह दूर होने का डर तब भी एकदम उभर सकता है जब उन्हें पता चले कि इस क्षण से कुछ घंटों के लिए वह आपको नहीं देख सकेगा। अगर आपका बच्चा स्कूल जाने की उम्र में प्रवेश कर रहा है या उससे हिचकिचा रहा है तो खुद को और अपने बच्चे को इसके लिए तैयार करने से मदद हो सकती है।

स्कूल जाने के लिए बच्चों को तैयार करने संबंधी यहां 6 टिप्स बतायी जा रही हैं।

1. अपनी चिंता खत्म करें: बच्चे यह महसूस कर लेते हैं कि उनके अभिभावक तनाव में या चिंता में हैं और वे इसी से चिंतित हो जाते हैं। अपनी भावनाओं को नियंत्रित रखें और बच्चों से स्कूल के बारे में उत्साह और व्यावहारिक नज़रिये से बात करें। स्कूल चुनने में सावधानी बरतें ताकि वहां आपका बच्चा खुश और सुरक्षित रह सके।

2. एक पर्व बनाएं: यह एक अच्छा विचार है कि आप बच्चे के स्कूल जाने के पहले दिन को एक पर्व की तरह मनाएं – बर्थडे की तरह। अपने बच्चे को कुछ दिन पहले से इसके लिए तैयार करें और रोज़ बताएं कि अब इतने ही दिन बचे हैं। अपने बच्चे के लिए स्कूल संबंधी स्टेशनरी और बैग आदि खरीदने के लिए उसे साथ लेकर जाएं। पहले दिन स्कूल से लौटने पर उन्हें उनकी पसंद के स्नैक आदि की ट्रीट देने का वादा करें।

3. बच्चे के दोस्त तलाशें: अगर आपका बच्चा एक अनजान स्थान पर जाने को लेकर परेशान हो तो उसकी मदद के लिए आसपास के उसके हमउम्र बच्चों को खोजें और स्कूल जाने से पहले उन्हें साथ में खेलने के अवसर बनाएं। इससे वह कुछ बच्चों के साथ घुलमिल जाएगा और बाहर जाने में कम परेशानी महसूस करेगा।

4. सवालों का जवाब दें: स्कूल के बारे में बच्चे के सामने स्पष्ट विचार रखें ताकि वह स्कूल को लेकर डरावनी कल्पनाएं न करे। उसके सवालों को ध्यान से सुनें और सही जवाब दें। स्कूल शुरू होने से पहले बच्चे को कुछेक बार स्कूल ले जाएं और उसके टीचर से मिलाएं ताकि वह पहचाने हुए माहौल से जल्दी सामंजस्य बिठा सके।

5. स्कूल गेट पर व्यावहारिक हों: उसके स्कूल जाने का पहला दिन आप दोनों के लिए अहम है इसलिए आंसू आ सकते हैं लेकिन व्यावहारिक रहें। अपने बच्चे को पहले ही बताएं कि अब क्या होने वाला है – उसे पता रहे कि स्कूल के गेट से आप उसे छोड़कर चले जाएंगे। मुस्कुराएं और ठीक से अलविदा कहकर जाएं। उन्हें पुचकारें और बताएं कि आप कब उन्हें लेने आएंगे। हो सकता है कि आपका बच्चा रोये लेकिन गुडबाय को लंबा न खींचे और उसे अच्छा महसूस कराने के लिए ज़्यादा न रुकें। इससे वह और ज़्यादा खिंचाव महसूस करेगा। टीचर ऐसे बच्चों को संभालने के लिए अभ्यस्त होते हैं और आपके न दिखने पर वह भी माहौल से जल्दी समझौता करने के लिए प्रेरित होगा।

6. सामंजस्य में समय लगेगा – कुछ बच्चे अपेक्षाकृत रूप से सामंजस्य बनाने में ज़्यादा समय लेते हैं, तो धीरज रखें। कुछ घंटों के लिए आपसे दूर होने की चिंता में आपका बच्चा कुछ दिन या कुछ हफ्ते तक रो या चिल्ला सकता है। लेकिन आपके प्रसन्न रहने और उसका उत्साहवर्धन करने से उसे अपने नये रूटीन में जाने के लिए मदद होगी।

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