सबसे पहले, परिवहन के बारे में विचार करें। अगर आप भारत में पॅट के साथ यात्रा करते हैं तो सबसे अच्छा साधन है कार तो ऐसी जगह चुनें जहां आप कार ड्राइव कर जा सकते हैं। आपके कुत्ते के लिए यह सबसे आरामदायक होगा। आप ट्रेन से भी जा सकते हैं लेकिन कुत्ते को ले जाने संबंधी नियम व शर्तें पहले जान लें। ज़्यादातर भारतीय एयरलाइन्स पैसेंजर कैबिन में कुत्तों को ले जाने की अनुमति नहीं देतीं। यहां कुछ एयरलाइन्स की फ्लाइट नियमों की जानकारी है: स्पाइसजेट , जेट एयरवेज़, इंडिगो: नो एनिमल!, एयर इंडिया, गो एयरः कोई सूचना नहीं।
किसी नज़दीकी जगह जाने से आपको और आपके कुत्ते को कोई तनाव नहीं होगा। कार में, आप कुत्ते को सुरक्षित रख सकते हैं। पिछली सीट के पास एक बैरिकेड या बाधा लगा दें ताकि वह अपने स्थान पर ही रहे। यात्रा के दौरान अपनी कुत्ते के लिए उसकी पसंद की खाने की चीज़ें औश्र पानी रखें। उसके टॉयलेट के लिए समय-समय पर कार रोकें ताकि वह बेचैन न हो। समय-समय पर गाड़ी रोकने से आपके कुत्ते को पैर फैलाने का समय भी मिलेगा। गाड़ी रुकने के समय उसे थोड़ी वॉक वगैरह भी कराएं ताकि उसकी एनर्जी बनी रहे।
अगर आप गर्मियों में यात्रा कर रहे हैं तो अपने कुत्ते को कार में अकेला न छोड़ें। कुत्तों को भी हीटस्ट्रोक हो सकता है।
यह पहले ही चेक करें कि आप जिस होटल में रुकने वाले हैं वहां कुत्तों का प्रवेश वर्जित तो नहीं है। आप वहां पहुंचकर दूसरे विकल्प नहीं तलाशना चाहेंगे। पहले ही संपर्क और पूछताछ कर लें कि पॅट संबंधी उनके नियम क्रूा हैं जैसे क्या पॅट होटर के अंदर और बाहर के क्षेत्र में आ-जा सकता है? या क्या वहां डॉग सिटिंग सुविधा है, अगर आप उसे छोड़कर घूमने जाना चाहें?
सबसे महत्वपूर्ण बात, यात्रा से पहले पशु चिकित्सक के पास अपने कुत्ते को ले जाएं और यात्रा के लिए उसके फिट होने संबंधी जानकारी लें। यह सुरक्षा के लिहाज़ से महत्वपूर्ण है। यात्रा के बीच में आपके कुत्ते के बीमार होने पर आप असमंजस में नहीं पड़ना चाहेंगे, है ना!
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