शिशुओं के लिए मस्तिष्क का भोजन है मछली


Photo: Shutterstock

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मछली में पाये जाने वाले फैटी एसिड की कमी के कारण भ्रण के विकास के दौरान और शिशु के जन्म की शुरुआत में भी मस्तिष्क का विकास बाधित होता है। इन नतीजों के बाद गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को अपने भोजन में फैटी एसिड युक्त पदार्थ शामिल करने का प्रोत्साहन मिलेगा।

एन-3 पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड डीएचए के पूर्ववर्ती होते हैं जो एक स्वस्थ स्नायु तंत्र के विकास के लिए ज़रूरी हैं। यूसी इरविन वैज्ञानिकों द्वारा किये गये और जॉर्नल ऑफ न्यूरोसाइंसे में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि फैटी एसिड के अभाव के कारण विकासशील मस्तिष्क में आण्विक परिवर्तन होते हैं जो न्यूरॉन्स और सूत्रयुग्मों यानी सिनैप्स के वकास को बाधित करते हैं। प्रयोगों में मेंढकों और मेंढक के बच्चों का इस्तेमाल किया गया और जाना गया कि कैसे डीएचए के अभाव में मस्तिष्कीय उतक न्यूरॉन्स का ठीक विकास नहीं करते और सिनैप्स की संख्या कैसे सीमित होती है।

न्यूरोबायोलॉजी की प्रोफेसर सुज़ैना कोहेन-कोरी का कहना है कि ‘‘जब हमने डीएचएरहित भोजन लेने वाली माताओं के भोजन में बराबर मात्रा में ये फैटी एसिड शामिल किये तो न्यूरॉन और सिनैप्स संबंधी विकास बेहतर हुआ और जैसा कि मेंढकों में देखा गया था, वैसे ही सामान्य हो गया।

मनुष्यों के बच्चों के लिए, गर्भ के दौरान हर समय डीएचए महत्वपूर्ण है खासकर अंतिम तीन महीनों में। यह गर्भ में पल रहे शिशु के मस्तिष्क और आंखों के कवकास में मददगार है। यह शैशव के दौरान भी लाभदायक है जब मस्तिष्क विकास कर रहा होता है। मातृत्व के स्वास्थ्य के लिए भी डीएचए सहायक पाया गया जिससे गर्भाधान का समय बढ़ने की स्थिति में सही समय प्राप्त किया जा सकता है।

अपने भोजन में डीएचए की मात्रा बढ़ाने के लिए मैकरल, हेरिंग, सैलमन, ट्राउट और सैर्डाइन जैसी तैलीय मछलियों का सेवन एक तरीका है। ये मछलियां भारतीय तटों पर उपलब्ध होती हैं और बाज़ारों में भी। जो मछली खरीद नहीं सकते या खा नहीं सकते उनके लिए फिश ऑइल के कैपसूल विकल्प हो सकते हैं। अंडे, मांस, नट्स, फ्लैक्स के बीज, साबुत अनाज और गहरी हरी सब्ज़ियों से भी डीएचए मिल सकता है। हालांकि शाकाहारी स्रातों से प्राप्त फैटी एसिड से शरीर में डीएचए बनने की प्रक्रिया बहुत लंबी है जिससे डीएचए बनता भी बहुत कम है। इसको प्राप्त करने का एक स्रोत और है, वह है एलिगी, जिससे मछलियां डीएचए प्राप्त करती हैं।

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