भारत में संगीत करियर के लिए लगन है कुंजी


Interview with a music school director

Photo: ImagesBazaar

लगभग सभी को संगीत सुनना पसंद होता है, लेकिन कुछ ही प्रतिभाशाली होते हैं जो सबके मनोरंजन के लिए संगीत रचते हैं। भारत प्रतिष्ठित संगीतकारों और कुछ संगीत पेशेवरों का देश है। अगर बच्चे संगीत के सबक लेते हैं, सच्ची लगन दिखाते हैं और संगीत में करियर बनाना चाहते हैं तो उनके लिए सीखने के अवसर कैसे हैं और वे किस तरह के करियर चुन सकते हैं? गुड़गांव स्थित परफॉरमर्स कलेक्टिव स्कूल ऑफ म्यूज़िक के प्रमुख और रॉकस्कूल, भारत के निदेशक जैक थॉमस से फैमिलाइफ की प्रेरणा पुरी ने बात की।
यह स्कूल कितना पुराना है?
यह स्कूल 13 साल से चल रहा है।
आप भारतीय या पाश्चात्य किस तरह का संगीत सिखाते हैं? या किस शैली का संगीत छात्र सीख सकते हैं?
हम हर शैली का संगीत सिखाते हैं, भारतीय और पाश्चात्य दोनों लेकिन हमारे पास वेस्टर्न क्लासिकल में ज़्यादा छात्र हैं। पाश्चात्य संगीत या तो रॉक है या समकालीन, और समकालीन शैली में हम जैज़, पॉप और सॉफ्ट रॉक रख सकते हैं।
क्या शैलियों को लेकर भी कुछ वर्गीकरण है? शास्त्रीय बनाम जैज़ या हिन्दुस्तानी बनाम कर्नाटक?
हमारे स्कूल में भारतीय शास्त्रीय संगीत का और वर्गीकरण नहीं है लेकिन कहा जा चुका है कि पाश्चात्य संगीत में जैज़, पॉप और सॉफ्ट रॉक भेद हो सकते हैं।
गुज़रते सालों में आप छात्रों में संगीत को लेकर स्वाद में किस तरह का बदलाव देख रहे हैं?
पाश्चात्य संगीत की तरफ पिछले 3 सालों में रुझान नाटकीय ढंग से बढ़ा है।
आपके स्कूल में संगीत की शिक्ष कहां तक है?
संगीत की कई स्तरों पर परीक्षएं क्लियर करना होती हैं। यूके के संगीत स्कूलों में प्रयुक्त फॉर्मेट के आधार पर परीक्षा होती है। 8 ग्रड के लिए 3 परीक्षाओं का प्रावधान है। उसके बाद छात्र को किसी विदेशी यूनिवर्सिटि से डिप्लोमा करना होता है। भारत में ये 3 परीक्षाएं रॉकस्कूल, ट्रिनिटि कॉलेज और एबीआरएसएम में होती हैं।
भारत में संगीत में बैचलर डिग्री लेने के विकल्प हैं?
हां भारत में संगीत विद्यालय हैं जो संगीत सिखाते हैं और सामान्य शिक्षा के साथ बैचलर डिग्री देते हैं। हमारा स्कूल सभी अपडेट देता है और छात्रों को यूके के स्कूलों के आधार पर परीक्षा देने के लिए मदद करता है।
बच्चों के लिए संगीत की शिक्ष में निवेश करने के लिए अभिभावकों के पास कोई लाभकारी कारण है?
भारत में कई लोग मनी माइंडेड हैं, और कई अभिभावक हैं जो बच्चों के सुरक्षित करियर चाहते हैं। संगीत सुरक्षित करियर विकल्प नहीं है। यह व्यक्ति की लगन पर निर्भर करता है। जो समर्पित है वह सफलता के शिखर तक पहुंच सकता है।
आपके छात्र किस समाज व आर्थिक वर्ग के हैं? संगीत शिक्षा, सामान्य रूप से, क्या सभी के लिए सुलभ है या वर्ग या संपन्नता के हिसाब से सीमित है?
हमारे स्कूल में किसी छात्र को संगीत के प्रति गंभीरता और लगन देखकर शामिल किया जाता है। भारत में मध्यम वर्ग के लिए पैसा बहुत मायने रखता है। एक सुरक्षित करियर के लिए भारतीय मेनस्ट्रीम शिक्षा के पैरोकार हैं, इसलिए अतिरिक्त खर्च उन्हें ज़्यादा लगता है। ग्रेड 1 से 8 तक संगीत की डिग्री महंगी नहीं है लेकिन विदेश जाकर डिप्लोमा डिग्री हाकसल करना बहुत महंगा होता है और भारतीय सामान्यतया स्कॉलरशिप के आधार पर इसके लिए अप्लाई करते हैं।

जो छात्र संगीत का अध्ययन करते हैं, क्या वहां संगीत को पेशा बनाते हैं?
हां, कुछ छात्र हैं जो संगीत को पेशा बनाते हैं लेकिन ऐसा करने वाले छात्रों की संख्या 5 से 10 फीसदी ही है।
संगीत के छात्रों के लिए करियर विकल्प क्या हैं?
संगीत के छात्र या तो शिक्षक बन सकते हैं या बैंड में शामिल हो सकते हैं। इन दिनों बैंड बहुत लोकप्रिय हैं। कैफे और पब में कई तरह के बैंड कला प्रदर्शन कर रहे हैं। बैंड संस्कृति से गायकों को नया रोज़गार मिला है। एक डिग्री हासिल करने के बाद छात्र अपना संगीत विद्यालय शुरू कर सकते हैं। ऐसे छात्र बॉलीवुड में पेशेवर गायक बनने के लिए कोशिश भी कर सकते हैं। रिएलिटि शो बच्चों को कम उम्र में अधिक दबाव देते हुए प्रतियोगिता के ज़रिये बहुत कम प्रतिभा विकास का मौका देते हैं।
संगीत को पेशा बनाने वाले छात्रों की संख्या लगभग क्या है?
भारत में, मैं समझता हूं करीब 5-10 फीसदी।

अगर कोई छात्र संगीत को पेशेवर रूप में चाहे तो क्या रास्ते हैं? इस क्षेत्र में कई विकल्प हैं लेकिन सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप सही शिक्षा लें। इससे आप संगीत के वास्तविक व प्रामाणिक स्रोत बनते हैं।
संगीत में करियर के लिए रिएलिटि शो का रास्ता सही है? कुछ समय के लिए इनसे ज़रूर शोहरत और सफलता मिलती है लेकिन साथ ही तनाव और अत्यधिक दबाव भी। ये गायकों को सीखने के लिए प्रोत्साहित नहीं करते।
एक सफल संगीतकार बनने के लिए आप क्या ज़रूरी समझते हैं? संगीताकार में लगन होना चाहिए और इस गैर पारंपरिक क्षेत्र में आने का जोखिम लेने की क्षमता भी। उन्हें धन-दौलत की तरफ नहीं बल्कि ज्ञान की ओर रुझान होना चाहिए।
दुनिया में भारत 20वां सबसे बड़ा संगीत उद्योग है, और एक अनुमान के मुताबिक 2019 तक यह 10वां होगा। आपको लगता है यह सही पूर्वानुमान है? मुझे लगता है कि संगीत उद्योग का विकास हो रहा है और लोग संगीत सीखने में पहल कर रहे हैं। संगीत सीखने वालों की संख्या बढ़ रही है तो ऐसा माना जा सकता है।
संगीत में करियर बनाने के इच्छुकों को आप क्या सलाह देना चाहेंगे? आगे बढ़ते रहें, लगपन से, जो आप चाहते हैं उसके लिए सकारात्मक सोच रखें। अगर आपको लगता है कि आपको ज़िंदगी में यही खुशी देगा।

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