बच्‍चों के लिए अनुपूरक गणित कक्षाओं के चयन हेतु माता पिता के लिए दिशानिर्देश


बच्‍चों के लिए अनुपूरक गणित कक्षाओं के चयन हेतु माता पिता के लिए दिशानिर्देश

जब आप स्‍कूल में थे तो क्‍या आपको गणित में रूचि थी ? कुछ लोगों को गणित में रूचि होती है जबकि कुछ लोगों के लिए यह अत्‍यंत दुष्‍कर विषय है । जो अभिभावक अपने बच्‍चों के लिए यह सुनिश्चत करना चाहते हैं कि उनके बच्‍चों को गणित में किसी प्रकार की कठिनाई न हो उनके लिए आजकल अनेकों अनुपूरक गणित कक्षाएं उपलब्‍ध हैं जिनके माध्‍यम से गणित में निपुणता प्राप्‍त की जा सकती है । तथापि, गणित कक्षाओं में विविधता होने के कारण सही कक्षा का चयन कर पाना कठिन हो गया है । यह दिशानिर्देश अपने बच्‍चे के लिए सही कक्षा का चयन करने में आपकी सहायता करेंगें ।

आयुवर्ग के आधार पर गणित कक्षाओं को दो भागों में विभाजित किया जा सकता है :

प्रीस्‍कूल आयु

स्‍कूल आयु वर्ग के लिए आईमैथ अथवा कुमोन जैसी कक्षाएं उपलब्‍ध है जो 4 से 8 वर्ष के आयु वाले बच्‍चों के लिए हैं । इन कक्षाओं का मुख्‍य प्रयास खेलों एवं पहेलियों के माध्‍यम से बच्‍चों में गणित के प्रति रूचि आकर्षित करना है । गणित को मात्र अंक गणित तक ही सीमित न रखते हुए इसमें तार्किकता एवं औचित्‍यपरकता का भी समावेश किया गया है । इसमें भौतिक क्रियाकलापों का प्रयोग किया गया है जिससे बच्‍चों को समग्रता को विभाजित करने का ज्ञान प्राप्‍त होता है ।

कुमोन कक्षाएं अमेरिका आधारित श्रृंखला से संबद्ध हैं जिसके अंतर्गत गणित एवं पठन विद्या का अध्‍ययन करवाया जाता है । इन कक्षाओं में बच्‍चों को कार्यशीट सुलझाने का अत्‍याधिक अभ्‍यास करवाया जाता है । कार्यशीटें स्‍व-अध्‍ययन को प्रौन्‍नत करने के उद्देश्‍य से तैयार की गई हैं । इन कक्षाओं में किसी विषय में निपुणता प्राप्‍त करने के लिए अभ्‍यास का प्रयोग एक सशक्‍त माध्‍यम के तौर पर किया जाता है । कुमोन कक्षाओं से स्‍कूल आयु वर्ग से लेकर किशोरावस्‍था तक के बच्‍चों की आवश्‍यकताओं की पूर्ति होती है ।

प्राथमिक स्‍कूल आयु

वे बच्‍चे जो 7 से 12 वर्ष के आयुवर्ग में हैं उनके लिए Abacus कक्षाओं का विकल्‍प उपलबध है । इन कक्षाओं में बच्‍चों को अंकगणित के प्रश्‍नों को सुलझाने के लिए Abacus को एक उपकरण के रूप में प्रयोग में लाने का अभ्‍यास करवाया जाता है । अध्‍यापन में गति एवं विशुद्धता पर अत्‍याधिक ध्‍यान दिया जाता है । Abacus के विभिन्‍न स्‍तर हैं तथा इसमें अच्‍छी पकड़ प्राप्‍त करने के लिए बच्‍चों को औसतन 2.5 वर्ष से 3 वर्ष तक इन कक्षाओं में भाग लेना चाहिए ।

माध्‍यमिक स्‍कूल

उन बच्‍चों के लिए वैदिक गणित एक अच्‍छा विकल्‍प है जो 10 वर्ष की से अधिक आयुवर्ग में हैं । Abacus की भांति ही इसमें गणित के प्रश्‍न सुलझाने के लिए फार्मूलों का प्रयोग किया जाता है । ये फार्मूले चूंकि सूत्रों के रूप में होते हैं अत: बच्‍चों को ये आसानी से याद भी हो जाते हैं । तथापि, वैदिक गणित की यह अवमानना है बच्‍चों को अंकगणित की स्‍वाभाविक समझ होती है अत: वे 8 वर्ष से कम आयु के बच्‍चों को इसका ज्ञान दिया जाना उचित नहीं समझते हैं ।

निश्चित ही सामिप्‍यता, अवधि, समयावली एवं फीस इत्‍यादि जैसे अन्‍य प्रमुख कारकों को ध्‍यान में रखते हुए ही आपके द्वारा किसी कक्षा का चयन किया जाएगा । अधिकांश Abacus एवं आईमैथ कक्षाएं साप्‍ताहांत में आयोजित की जाती है तथा इनकी प्रत्‍येक कक्षा की अवधि दो घंटे की होती है । इन कक्षाओं के लिए लगभग ₹500 से ₹800 का प्रतिमाह व्‍यय आता है तथा बच्‍चों से इनमें पूरे वर्ष प्रतिभागिता की प्रतिबद्धता की अपेक्षा की जाती है । इसके अलावा, किसी भी कक्षा का चयन करते समय आयु की उपयुक्‍तता को ध्‍यान में अवश्‍य रखें । यदि किसी 5 वर्ष के बच्‍चे को Abacus की कक्षाओं में भेजा जाए तो उसके लिए यह विषय न केवल ऊबाऊ प्रमाणित होगा अपितु वह परेशान भी होगा क्‍योंकि अध्‍ययन के लिए इसमें प्रयोग किए जाने वाले सिद्धांत उसकी समझ से परे होगें ।

अंतिम निर्णायक कारक आपके बच्‍चे की स्‍वयं की इस इच्‍छा पर निर्भर है कि क्‍या वह वास्‍तव में अपने साप्‍ताहांत का समय खेलकूद के लिए प्रयोग में लाना चाहता है अथवा गणित सीखना चाहता है ।

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